समस्तीपुर/नवनीत कुमार झा : जिले के नगर थाना क्षेत्र में सोमवार शाम मगरदही घाट के पास उस वक्त कोलाहल मच गई जब एक स्कॉर्पियो को रोककर पुलिस ने उसमें सवार दो युवकों को हिरासत में लेने की कोशिश की । प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्कॉर्पियो रुकते ही दो युवक उतरे और पुलिस से उलझने लगे। देखते ही देखते पुलिस और युवकों के बीच जमकर बहस होने लगी। मौके पर स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई।

पूछताछ में युवकों ने खुद को रोसड़ा नगर परिषद की वार्ड पार्षद ममता देवी का पुत्र बताया। युवकों का आरोप है कि एससी-एसटी थाना पुलिस ने उनके वाहन को ओवरटेक कर रोका और जबरन दुर्व्यवहार शुरू कर दिया। साथ ही मारपीट का भी आरोप लगाया। युवकों के अनुसार, उनके पिता संजू शर्मा पर एससी-एसटी थाने में केस दर्ज है।

इसी मामले में पुलिस उनके घर पर भी दुर्व्यवहार कर चुकी है। इसके खिलाफ उनकी मां ने रोसड़ा व्यवहार न्यायालय में एससी-एसटी थानाध्यक्ष समेत 25 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जवाबी कार्रवाई में एससी-एसटी थाना ने संजू शर्मा, उनकी पत्नी, पुत्र और परिवार के अन्य 9 सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।

घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को अपने साथ थाने ले आई। पुलिस मामले की जांच में जुट गई ।युवकों ने आरोप लगाया कि एससी-एसटी थाना पुलिस ने उन्हें बेवजह रोका और मारपीट की। उनका कहना है कि यह सब पुराने मुकदमों के बदले के तहत किया जा रहा है।

रोसड़ा थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर लालबाबू कुमार ने कहा कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। नगर थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। गिरफ्तारी करने पहुंचे एसएससी थाना अध्यक्ष रबिंद्र कुमार भारती ने बताया इन लोगों ने मारपीट का आरोप लगाया है वो गलत है ।