इंजीनियरिंग छात्र सरोज का शव गांव पहुंचते ही मचा कोहराम, अंतिम दर्शन को उमड़ी भीड़ – विधायक ने दी सांत्वना

समस्तीपुर/विभूतिपुर/नवनीत कुमार झा : लखीसराय सड़क हादसे में जान गंवाने वाले इंजीनियरिंग छात्र सरोज कुमार का शव गुरुवार दोपहर पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही उसके गांव खदियाही (विभूतिपुर थाना क्षेत्र) पहुंचा, पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया। अंतिम दर्शन को ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और हर आंख नम हो गई।मृतक सरोज कुमार (उम्र लगभग 20 वर्ष), खदियाही गांव निवासी संदीप कुमार पंडित का बड़ा बेटा था। वह लखीसराय स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 31 जुलाई को कॉलेज के 6 छात्र एक सीएनजी टेंपो से लखीसराय स्टेशन ट्रेन पकड़ने जा रहे थे। इसी दौरान जमुई-लखीसराय मुख्य सड़क पर उनकी टेंपो की टक्कर एक तेज रफ्तार ट्रक से हो गई। भीषण टक्कर में सरोज समेत तीन छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज लखीसराय सदर अस्पताल में जारी है।

रोते बिलखते परिजन

पारिवारिक पृष्ठभूमि

सरोज अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। छोटी बहन सोनाली कुमारी और भाई सौरव कुमार हादसे के बाद से स्तब्ध हैं। मां रेखा देवी, दादा कमलेश पंडित और दादी सुगिया देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। शव को गांव के वार्ड 4 स्थित पुराने घर पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया, जहां से बाद में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।

बेसुध मृतक सरोज की मां

विधायक ने जताया दुख, दिया मदद का भरोसा

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक अजय कुमार पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने परिजनों को सांत्वना दी और हर संभव सहायता का आश्वासन भी दिया। विधायक ने सरोज के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी और कहा कि प्रशासनिक स्तर पर भी सहयोग सुनिश्चित किया जाएगा।

गांव में पसरा मातम

पूरे गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सरोज एक होनहार और विनम्र छात्र था, जिसकी असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।

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