बिहार/समस्तीपुर/नवनीत कुमार झा : ग्रामीण इलाकों में सड़क संपर्क को मजबूत करने की दिशा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना (MMGSUY) के तहत राज्य में 2070 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि कुल 2941.159 किमी सड़कों के लिए प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।अब तक इस योजना पर 1538.56 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मानना है कि गांवों की तरक्की ही राज्य की असली प्रगति है।

इन जिलों ने बनाई सबसे ज्यादा सड़कें..
- समस्तीपुर: 134.04 किमी (₹101.95 करोड़)
- मधुबनी: 124.38 किमी (₹107.09 करोड़)
- दरभंगा: 113.98 किमी (₹72.43 करोड़)
- गया: 108.41 किमी
- पश्चिम चंपारण: 88.86 किमी
- भागलपुर: 85.92 किमी
- सीतामढ़ी: 83.63 किमी
- मुजफ्फरपुर: 82.06 किमी
- वैशाली: 79.63 किमी
- पूर्वी चंपारण: 71.80 किमी
- सारण: 71.26 किमी
- कटिहार: 70.85 किमी

गांवों को मिल रही मजबूत सड़कें और बेहतर सुविधा
मुख्यमंत्री की सक्रिय भागीदारी, ज़मीनी निगरानी और अधिकारियों को समय-समय पर दिए गए स्पष्ट निर्देशों के कारण यह योजना तेज़ी से और समय पर लागू हो रही है। सरकार की प्राथमिकता है कि राज्य का कोई भी कोना सड़क और संपर्क से वंचित न रहे।
इससे ग्रामीणों को:
- बेहतर आवागमन
- कृषि उत्पादों की आसान ढुलाई
- स्वास्थ्य व शिक्षा तक त्वरित पहुंच जैसी बुनियादी सुविधाएं सुलभ हो रही हैं।

नीतीश सरकार की यह योजना सिर्फ पक्की सड़कें नहीं, बल्कि ग्रामीण बिहार के आर्थिक और सामाजिक विकास की बुनियाद तैयार कर रही है। समस्तीपुर, मधुबनी और दरभंगा जैसे जिलों की अग्रणी भूमिका इस दिशा में प्रेरणास्रोत है।